बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम , पा लेती मंजिल चींटी भी… गिर गिर कर कई बार
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कुराना सीखो,
अगर सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं उठना सीखो
अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं
PLV डिजिटल स्कूल में आपका स्वागत है
राह का निर्माण सीखो , निगाहों में मंजिल थी
गिरे और गिरकर संभलते रहे, हवाओं ने बहुत कोशिश की
मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे
अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं
PLV डिजिटल स्कूल में आपका स्वागत है
राह का निर्माण सीखो , निगाहों में मंजिल थी
गिरे और गिरकर संभलते रहे, हवाओं ने बहुत कोशिश की
मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे

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